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बूँद बूँद करके मुझमें गिरना तेरा
और मुझमें मुझसे ज़्यादा होना तेरा भीगा भीगा सा, मुझको तन तेरा लगे आजा तुझको पी लूँ, मन मेरा कहे मैं ना बचा मुझमें थोड़ा सा भी देख तू ना बचा तुझमें भी जलने लगा गर्म साँसों से मैं तू पिघलने लगा मुझमें ही क़तरा क़तरा मैं जलूँ, शर्म से तेरे मिलूं जिस्म तेरा मोम का पिघला दूँ करवटें भी तंग हो, रात भर तू संग हो तेरे हर एक अंग को सुलगा दूँ भीगा भीगा सा... होने दे कुछ गलतियाँ, रेंगती ये उँगलियाँ जिस्म के तू दरमियां ठहरा दे लम्हां कोई गरम तू या उबलती बर्फ तू मुझपे हो जा खर्च तू, यूँ आ के भीगा भीगा सा... |
विवरण :
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बूँद बूँद - Boond Boond (Ankit Tiwari, Roy)
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