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(मिल मिलके गायेंगे हो हो दो दिल यहाँ
एक तेरा एक मेरा ह्म
ह्म हाँ हाँ ) - 2
उल्फ़त के पैमाने भरपूर
हैं, सब चूर
हैं
दुनिया की नज़रों से हम
दूर हैं, दुख
दूर हैं
छुप छुप के मिलने की अब
रुत कहा - 2
दिन अपने रात अपनी अपना
जहाँ, अपना
जहाँ
मिल मिलके...
इस जग में आहें ना
फ़रियाद है, दिलशाद
है
नगरी ये हर गम से आज़ाद
है, आबाद
है
गुलशन है उल्फ़त का हम
है जहाँ
गीत अपना बोल अपने अपनी
ज़बां
मिल मिलके...
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विवरण :
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मिल मिलके गायेंगे - Mil Milke Gayenge (Rafi, Lata Mangeshkar)
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