तय करके बड़ी दूर - Tay Karke Badi Door (Mukesh, Pehli Nazar)



तय करके बड़ी दूर की परपेच डगरिया
ऐ इश्क़ चले आये हैं हम तेरी नगरिया
तय करके बड़ी दूर की परपेच डगरिया

लहराये हवाओं में हसीनों के दुपट्टे
आये हम लेने के लिए तिरछी नज़रिया
तय करके बड़ी दूर की परपेच डगरिया

हो सामने सज धज के माशूक़ से मजमे
सब आके कहे आओ मेरे बांके साँवरिया
तय करके बड़ी दूर की परपेच डगरिया

परदेस से इक आया है दिल बेचने वाला
ऐ हुस्न तेरी आज तो खुल जाए बजरिया
तय करके बड़ी दूर की परपेच डगरिया
विवरण :
:
पहली नज़र
:
1945
:
अनिल बिस्वास
:
सफ़दर आह सीतापुरी
:
मुकेश
:
बाबूराव पेंढरकर,मुनव्वर सुल्ताना








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