ना वो हमसे जुदा होंगे
- 2
ना उल्फत दिल से हाय
दिल से निकलेगी, ना दिल से निकलेगी
लगी है आस जो दिल में
बड़ी मुश्किल से निकलेगी, बड़ी मुश्किल से निकलेगी
उन्ही के थे उन्ही के
हैं उन्ही पर मर मिटेंगे हम
बहुत पछतायेगा ज़ालिम
ज़माना हमको देकर गम
सितम जितने भी हैं सब
खाक में मिल जायेंगे उस दम
मोहब्बत बनकर जब हमारे
दिल से निकलेगी, हमारे दिल से निकलेगी
ना वो हमसे …
जिगर है टुकड़े टुकड़े गम
ने ऐसा तीर मारा है
अरे ओ दिल के मालिक दिल
को अब तेरा सहारा है
हमे बर्बादियों का गम
नहीं अगर तू हमारा है
तेरा ही नाम लेगी जो
सदा इस दिल से निकलेगी, सदा इस दिल से निकलेगी
ना वो हमसे …
|
विवरण :
|
||
ना वो हमसे जुदा होंगे - Na Wo Humse Juda Honge (Lata Mangeshkar, Dulari)
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment