|
|
||
ओ तकदीर जगा कर आई हूँ
मैं एक नयी दुनिया बसा
कर लाई हूँ
(किसे
दिल का सुनाऊँ फ़साना हो
आंख मिलते ही बदला
ज़माना हो) - 2
मेरे होठों पे गीत किसी
के
मेरे गीतों मे बोल खुशी
के
रसीले कुछ नगमे चुरा कर
लाई हूँ
हुआ चुपके ही चुपके
इशारा हो
मेरे दिल को मिला एक
सहारा हो
आई मस्तानी रुत अलबेली
दिल बेचा मुहब्बत ले ली
किसी को इस दिल मे
छुपाकर लाई हूँ
|
विवरण :
|
||
|
|
||
|
|
||
|
|
||
|
|
||
|
|
||
|
|
||
|
|
||
|
|
||
|
|||
|
|||
|
|
ओ तकदीर जगा कर आई हूँ - O Takdeer Jaga Kar Aayi Hun (Lata Mangeshkar)
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment