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छू कर मेरे मन को
किया तुने क्या इशारा बदला ये मौसम लगे प्यारा जग सारा तू जो कहे जीवन भर तेरे लिए मैं गाऊँ गीत तेरे बोलों पे
लिखता चला जाऊं
मेरे गीतों में
तुझे ढूंढे जग सारा छू कर... आजा तेरा आंचल ये प्यार से मैं भर दूँ खुशियाँ जहाँ भर की तुझको नज़र कर दूँ तू ही मेरा जीवन तू ही जीने का सहारा छू कर... |
विवरण :
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नीतू सिंह
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छू कर मेरे मन को / Chhoo Kar Mere Man Ko
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