मेरे नैना सावन भादो / Mere Naina Saawan Bhaado




मेरे नैना सावन भादो, फिर भी मेरा मन प्यासा

ऐ दिल दीवाने, खेल है क्या जाने
दर्द भरा ये गीत कहाँ से, इन होठों पे आए
दूर कहीं ले जाए 
भूल गया क्या, भूल के भी है, मुझको याद जरा सा
फिर भी मेरा...

बात पुरानी है, एक कहानी है
अब सोचूं तुम्हें याद नहीं है, अब सोचू नहीं भूले
वो सावन के झूले 
रुत आए, रुत जाए देकर झूठा एक दिलासा
फिर भी मेरा...

बरसों बीत गए, हमको मिले बिछड़े 
बिजुरी बनकर गगन पे चमकी बीते समय की रेखा
मैंने तुमको देखा 
मन संग आँख मिचौली खेले, आशा और निराशा
फिर भी मेरा...

घुँघरू की छमछम, बन गयी दिल का गम
डूब गया दिल यादों में उभरी बेरंग लकीरें
देखो ये तस्वीरें 
सूने महल में नाच रही है अब तक इक रक्कासा
फिर भी मेरा...
विवरण :
:
 महबूबा 
:
1976
:
आर.डी.बर्मन
:
आनंद बख़्शी
:
किशोर कुमार,
लता मंगेशकर
:
राजेश खन्ना,


हेमामालिनी  







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