कुछ तो लोग कहेंगे / Kuch To Log Kahenge



कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना
छोड़ो बेकार की बातों में कहीं बीत ना जाए रैना

कुछ रीत जगत की ऐसी है, हर एक सुबह की शाम हुई
तू कौन है, तेरा नाम है क्या, सीता भी यहाँ बदनाम हुई
फिर क्यूँ संसार की बातों से, भीग गये तेरे नैना
कुछ तो लोग कहेंगे...

हमको जो ताने देते हैं, हम खोए हैं इन रंगरलियों में
हमने उनको भी छुप-छुपके, आते देखा इन गलियों में
ये सच है झूठी बात नहीं, तुम बोलो ये सच है ना
कुछ तो लोग कहेंगे...
विवरण :
:
अमर प्रेम 
:
1971
:
आर.डी.बर्मन
:
आनंद बख़्शी
:
किशोर कुमार
:
राजेश खन्ना,


शर्मिला टैगोर






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