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मेरे दिल में आज क्या है, तू कहे तो
मैं बता दूँ
तेरी ज़ुल्फ़ फिर सवारूँ, तेरी मांग फिर सजा दूँ मुझे देवता बनाकर, तेरी चाहतों ने पूजा मेरा प्यार कह रहा है, मैं तुझे खुदा बना दूँ मेरे दिल में आज... कोई ढूंढने भी आये, तो हमे ना ढूंढ पाए तू मुझे कहीं छूपा दे, मैं तुझे कही छूपा दूँ मेरे दिल में आज... मेरे बाजुओं में आकर तेरा दर्द चैन पाए तेरे गेसुओं में छूपकर, मैं जहां के गम भूला दूँ मेरे दिल में आज... |
विवरण :
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दाग
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1973
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लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
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साहिर लुधियानवी
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किशोर कुमार
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राजेश खन्ना,
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शर्मिला टैगोर
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मेरे दिल में आज क्या है - Mere Dil Mein Aaj Kya Hai
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