कितना प्यारा वादा है / Kitna Pyara Waada Hai



कितना प्यारा वादा है, इन मतवाली आँखों का
इस मस्ती में सूझे ना, क्या कर डालूं हाय
मोहे संभाल
ओ साथिया, ओ बेलिया

हो उजाला, या अँधेरा
कहीं न छूटे, हाथ मेरा
कोई मेरा ना तेरे बिन
पिया निभाना साथ मेरा
अरे, कोरा कोरा, गोरा गोरा, ये अंग तोरा, हाय
पागल मोहे बना दिया
कितना प्यारा वादा है...

बरसों मैंने, मन जलाया
मिली पलकों की, तब ये छाया
कांटे मेरे, तन में टूटे
गले से तुने तब लगाया
हो सैयां प्यारे, चलता जा रे, बैयाँ डारे, हाय
गरवा तोहे, लगा लिया
कितना प्यारा वादा है...

रोज़ उठाके, ये नयनवा
छुआ करुँगी, तोरा मनवा
जैसे पहली बार चाहा
सदा चाहूंगी मैं सजनवा
हाय, तेरे नैना, मेरे नैना, फ़िर क्या कहना, हाय
क्या क्या न मैंने, पा लिया
कितना प्यारा वादा है...
विवरण :
:
कारवाँ
:
1971
:
आर.डी.बर्मन
:
मजरूह सुल्तानपुरी
:
मोहम्मद रफ़ी,
लता मंगेशकर
:
जीतेन्द्र


आशा पारेख







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