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ये लड़का हाय अल्लाह कैसा है दीवाना
कितना मुश्क़िल है तौबा इसको समझाना के धीरे-धीरे दिल बेक़रार होता है होते, होते, होते, प्यार होता है हमने तो इतना देखा, हमने तो इतना सीखा दिल का सौदा होता है सौदा ज़िन्दगी का मिलते ही कैसे कोई होता है दीवाना कितना मुश्क़िल है... हो सकता है देखो न, समझो मिट्टी को सोना पल भर का हँसना हो जाए जीवन भर का रोना देखो जल्दी में कभी दिल को न लगाना कितना मुश्क़िल है... भोली हो तुम क्या जानो, अब भी मुझको पहचानो सपना तुम्हारा मैं हूँ, मानो या न मानो देखो नादानी से मुझे न ठुकराना नहीं तो गाती ही रहोगी ये तराना के धीरे-धीरे दिल... |
विवरण :
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मोहम्मद रफ़ी
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तारिक़ खान
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ये लड़का हाय अल्लाह / Ye Ladka Haay Allah
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