ये लड़का हाय अल्लाह / Ye Ladka Haay Allah



ये लड़का हाय अल्लाह कैसा है दीवाना
कितना मुश्क़िल है तौबा इसको समझाना
के धीरे-धीरे दिल बेक़रार होता है
होते, होते, होते, प्यार होता है

हमने तो इतना देखा, हमने तो इतना सीखा
दिल का सौदा होता है सौदा ज़िन्दगी का
मिलते ही कैसे कोई होता है दीवाना
कितना मुश्क़िल है...

हो सकता है देखो न, समझो मिट्टी को सोना
पल भर का हँसना हो जाए जीवन भर का रोना
देखो जल्दी में कभी दिल को न लगाना
कितना मुश्क़िल है...

भोली हो तुम क्या जानो, अब भी मुझको पहचानो
सपना तुम्हारा मैं हूँ, मानो या न मानो
देखो नादानी से मुझे न ठुकराना
नहीं तो गाती ही रहोगी ये तराना
के धीरे-धीरे दिल...
विवरण :
:
 हम किसी से कम नहीं 
:
1977
:
आर.डी.बर्मन
:
मजरूह सुल्तानपुरी
:
आशा भोंसले,
मोहम्मद रफ़ी
:
काजल किरण,


तारिक़ खान







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