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तुमने वो क्या देखा जो कहा दीवाना
हमको नहीं कुछ समझ ज़रा समझाना प्यार में जब भी आँख कहीं लड़ जाये तब धड़कन और बेचैनी बढ़ जाये जब कोई गिनता है रातों को तारे तब समझो उसे प्यार हो गया प्यारे प्यार (तुम्हें) हमें किस मोड़ पे ले आया कि दिल करे हाय, हाय कोई तो बताए क्या होगा बत्तियाँ बुझा दो अरे कोई बत्ती तो बुझा दे यार बत्तियाँ बुझा दो कि नींद नहीं आती है बत्तियाँ बुझाने से भी नींद नहीं आयेगी बत्तियाँ बुझाने वाली जाने कब आयेगी श! श! श! शोर न मचाओ वरना भाभी जाग जायेगी प्यार तुम्हें किस मोड़ पे ले आया कि दिल करे हाय, हाय कोई ये बताये क्या होगा प्यार हमें किस मोड़ पे... आखिर क्या है (थी) ऐसी भी मजबूरी मिल गए दिल अब भी क्यों है ये दूरी अरे, दम है तो (उनसे) उनको छीन के ले आयेंगे दी न घर वालों ने अगर मंज़ूरी प्यार हमें किस मोड़ पे ले आया कि दिल करे हाय, हाय कोई ये बताये क्या होगा |
विवरण :
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आर.डी.बर्मन
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प्यार हमें किस मोड़ पे / Pyar Humein Kis Mod Pe
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