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नाच मेरी बुलबुल की पैसा मिलेगा
कहाँ कदरदान हमें ऐसा मिलेगा
घूंघरू बना के पाँव में बाँध ले
फिर मेहरबान हमें ऐसा मिलेगा
नाच मेरी बुलबुल...
मौसम रंगीन है, आशिक शौक़ीन है
तो जो चाहे करले, मौका हसीन है फिर कब न जाने हमें ऐसा मिलेगा नाच मेरी बुलबुल... कितना प्यासा है, ये पैसे वाला
तो इसको पीला दे तू, ओ मस्ती का
प्याला
कहीं अनजान हमें ऐसा मिलेगा
नाच मेरी बुलबुल...
अपनी तमन्ना है कितनी छोटी
दो हाथ कपड़ा दो वक़्त रोटी
कहाँ पे मकान हमें ऐसा मिलेगा
नाच मेरी बुलबुल...
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विवरण :
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मुमताज़
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नाच मेरी बुलबुल / Naach Meri Bulbul
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