नाच मेरी बुलबुल / Naach Meri Bulbul



नाच मेरी बुलबुल की पैसा मिलेगा 
कहाँ कदरदान हमें ऐसा मिलेगा 
घूंघरू बना के पाँव में बाँध ले
फिर मेहरबान हमें ऐसा मिलेगा 
नाच मेरी बुलबुल...
मौसम रंगीन है, आशिक शौक़ीन है
तो जो चाहे करले, मौका हसीन है
फिर कब न जाने हमें ऐसा मिलेगा
नाच मेरी बुलबुल...

कितना प्यासा है, ये पैसे वाला 
तो इसको पीला दे तू, ओ मस्ती का प्याला 
कहीं अनजान हमें ऐसा मिलेगा
नाच मेरी बुलबुल...

अपनी तमन्ना है कितनी छोटी
दो हाथ कपड़ा दो वक़्त रोटी 
कहाँ पे मकान हमें ऐसा मिलेगा
नाच मेरी बुलबुल...
विवरण :
:
रोटी
:
1974
:
लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
:
आनंद बख़्शी
:
किशोर कुमार
:
राजेश खन्ना,


मुमताज़






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