हमदर्द / Humdard



पल दो पल की ही क्यूं है ज़िंदगी
इस प्यार को है सदियाँ काफी नहीं
तो खुदा से माँग लूँ
मोहलत मैं इक नयी
रहना है बस यहाँ
अब दूर तुझसे जाना नहीं
जो तू मेरा हमदर्द है
जो तू मेरा हमदर्द है
सुहाना हर दर्द है
जो तू मेरा हमदर्द है

तेरी मुस्कुराहटें हैं ताक़त मेरी
मुझको इन्हीं से उम्मीद मिली
चाहे करे कोई सितम ये जहां
इनमे ही है सदा हिफाज़त मेरी
जिंदगानी बड़ी खूबसूरत हुई
जन्नत अब और क्या होगी कहीं
जो तू मेरा हमदर्द है...

तेरी धड़कनों से है ज़िन्दगी मेरी
ख्वाहिशें तेरी अब दूआएं मेरी
कितना अनोखा बंधन है ये
तेरी मेरी जान जो एक हुई
लौटूंगा यहाँ तेरे पास मैं हाँ
वादा है मेरा मर भी जाऊं कहीं
जो तू मेरा हमदर्द है...
विवरण :
:
एक विलेन
:
2014
:
मिथुन
:
मिथुन
:
अरिजीत सिंह
:
सिद्धार्थ मल्होत्रा,


श्रद्धा कपूर






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