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अरे तूने अभी देखा नहीं, देखा है तो
जाना नहीं
जाना है तो माना नहीं, मुझे पहचाना नहीं दुनिया दीवानी मेरी, मेरे पीछे पीछे भागी किसमें है दम यहाँ, ठहरे जो मेरे आगे मेरे आगे आना नहीं, देखो टकराना नहीं किसी से भी हारे नहीं हम जो सोचें, जो चाहें वो करके दिखा दें हम वो हैं जो दो और दो पाँच बना दें तूने अभी देखा नहीं... हम आते जाते राहों में कब कैसे क्या गुल खिलाएं जो उलझें, वो समझें, हम क्या कमाल कर जाएँ फूलों की राहों से काटों को हटा दें हम वो हैं जो दो और दो पाँच बना दें जो सोचें जो चाहें... हम आग लगा दें पानी में, पत्थर पे फूल खिलायें बिन मौसम, बिन बादल, रिमझिम सावन बरसायें पूरब के सूरज को पश्चिम से उगा दें हम वो हैं जो दो और दो पाँच बना दें जो सोचें जो चाहें... जब हम मनमौजी मस्ताने मस्ती के साज बजायें तो झूमें ये धरती वो चाँद सितारे गाएँ हम नाचें तो यारों को साथ नचा दें हम वो हैं जो दो और दो पाँच बना दें जो सोचें जो चाहें... |
विवरण :
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दो और दो
पाँच
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1980
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राजेश रोशन
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अनजान
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किशोर कुमार
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अमिताभ बच्चन,
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शशि कपूर
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दो और दो पाँच / Do Aur Do Paanch , तूने अभी देखा नहीं / Tune Abhi Dekha Nahin
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