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यादों की बारात निकली है आज दिल के द्वारे
सपनों की शहनाई बीते दिनों को पुकारे, दिल के द्वारे हो छेड़ो तराने मिलन के प्यारे प्यारे, संग हमारे बदले ना अपना ये आलम कभी जीवन में बिछड़ेंगे ना हम कभी यूँ भी जाओगे आखिर कहाँ, होके हमारे यादों की बारात... आगे भी होगा जो उसका करम ये दिन तो मनाएंगे हर साल हम अपने आँगन नाचे गायेंगे चंदा सितारे यादों की बारात... |
विवरण :
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किशोर कुमार
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विजय अरोड़ा,
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धर्मेन्द्र
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यादों की बारात / Yaadon Ki Baaraat
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