यादों की बारात / Yaadon Ki Baaraat



यादों की बारात निकली है आज दिल के द्वारे
सपनों की शहनाई बीते दिनों को पुकारे, दिल के द्वारे 
हो छेड़ो तराने मिलन के प्यारे प्यारे, संग हमारे 

बदले ना अपना ये आलम कभी 
जीवन में बिछड़ेंगे ना हम कभी
यूँ भी जाओगे आखिर कहाँ, होके हमारे 
यादों की बारात...

आगे भी होगा जो उसका करम
ये दिन तो मनाएंगे हर साल हम
अपने आँगन नाचे गायेंगे चंदा सितारे
यादों की बारात...
विवरण :
:
यादों की बारात
:
1974
:
आर.डी.बर्मन
:
मजरूह सुल्तानपुरी
:
मोहम्मद रफ़ी,
किशोर कुमार
:
तारिक़ खान,


विजय अरोड़ा,


धर्मेन्द्र




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