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पलट मेरी जान, तेरे
कुर्बान, ओ तेरा ध्यान किधर है
ऊँची-नीची टेढ़ी-मेढ़ी प्यार की डगर है जाता किधर है, रस्ता इधर है (आजा) ओय ओय.. पलट मेरी जान... आया क्या ज़माना लड़के लड़कियों से डरते हैं आँखे ये चुराके छुपके गली से गुज़रते हैं ये मर्दों के नाम को बदनाम करते हैं ए पलट पलट मेरी जान... सोचा था ये मैंने, मुझसे नयन वो लड़ायेगा सीटी वो बजा के, कोई फ़िल्मी गीत गायेगा ना जाना था घर का रस्ता भूल जायेग ए, ए, ए, ए पलट मेरी जान... माहिया, वे सिपाहिया, आजा वे जा ठण्डी छाँव में सदके तेरे बच के कंदा चुभ न जाये पाँव में बन जा मेरा मेहमान इस अनजान गाँव में अरे पलट! पलत मेरी जान... |
विवरण :
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आन मिलो सजना
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1970
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लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
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आनंद बख़्शी
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किशोर कुमार,
लता मंगेशकर
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राजेश खन्ना,
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आशा पारेख
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पलट मेरी जान / Palat Meri Jaan
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