|
|
||
किसकी सदाएँ मुझको बुलाएँ
अंजान सपने नींदें चुराएँ तेरी अदाएं जादू जगाये धरती सँवारे मौसम सजाये ऐसी कहाँ थी ये रूत सुहानी कबसे तुझे ढूंढे मेरी जवानी आने से तेरे महकी हवाएँ जागी हुई है सारी फिजाएँ किसकी सदाएँ मुझको बुलाये... तेरे सिवा दिल को कोई ना भाये प्यार कहीं मेरा खो ना जाये फूलों से रंगीं, तारों से उजली सागर से गहरी मेरी वफ़ाएं किसकी सदाएं मुझको बुलाये... |
विवरण :
|
||
:
|
रेड रोज़
|
||
:
|
1980
|
||
:
|
आर.डी.बर्मन
|
||
:
|
निदा फाज़ली
|
||
:
|
किशोर कुमार,
आशा भोंसले
|
||
:
|
राजेश खन्ना,
|
||
|
|
पूनम ढिल्लों
|
|
|
|
|
|
|
|||
|
|||
|
|
किसकी सदाएँ मुझको बुलाएँ - Kiski Sadayen Mujhko Bulayen
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment